*"संसार में दो प्रकार के वृक्ष हैं..*
एक वो *जो अपना फल स्वयं दे देते हैं!*
जैसे *आम, अमरुद, केला इत्यादि।*
दूसरे *वो जो अपना फल छिपाकर रखते हैं!*
जैसे *आलू, अदरक, प्याज इत्यादि।*
जो अपना फल अपने आप दे देते हैं *उन वृक्षों को सभी खाद-पानी देकर सुरक्षित रखते हैं!*
किन्तु
*जो अपना फल छिपाकर रखते है, वे जड़ सहित खोद लिए जाते हैं।*
ठीक इसी प्रकार *जो अपनी विद्या, धन, शक्ति स्वयं ही समाज सेवा में, समाज के उत्थान में लगा देते हैं, उनको सभी मान-सम्मान देते हैं!*
किन्तु
*जो अपनी विद्या, धन, शक्ति स्वार्थवश छिपाकर रखते हैं, किसी की सहायता नहीं करते हैं वे जड़ सहित खोद लिए जाते हैं!*
अर्थात्
*समय रहते ही भुला दिये जाते है।*
इसलिए
*लेने की भावना के साथ देना भी मनुष्य के स्वभाव में होना चाहिए!*🙏🙏
*आपका आज का दिन शुभ मंगलमय हो!*