हम सभी जानते हैं कि एक मुसाफिर की तरह इस दुनिया में हम सबका आगमन हुआ है! सांसारिक यात्रा में हमें पता होता है कि *"हमारी यात्रा कब, कहाँ से शुरू होगी और कितने समय पर समाप्त होगी लेकिन जीवन यात्रा में जाने का समय बहुत ही अनिश्चित है! कब, कहाँ और किस उम्र में इस लोक से प्रस्थान करके परलोक जाना होगा - इसका किसी को पता नहीं है!"*
*श्री अयोध्या जी में एक उच्च कोटि के संत रहते थे! इन्हें रामायण का श्रवण करने अत्यधिक लालशा रहती थी!। जहां भी कथा चलती वहाँ बड़े प्रेम से कथा सुनते, कभी किसी प्रेमी अथवा संत से कथा कहने की विनती करते करते रहते थे।*